था वक़्त का मारा पहले ही
तेरे प्यार का फिर मारा हो गया !!
तेरे कहने पर छोड़ दिया जग
क्यों अब तन्हा बेचारा हो गया !!
ख्वाब दिखा कर छीन गया सब
आपका हर गम हमारा हो गया !!
तुम खाई थी कसमें जनम जनम का
मैं अब गली गली आवारा हो गया !!
भगवान् बना कर पूजा था मुझको
अब बता तेरा कौन, सहारा हो गया !!
कैसे खड़ा रहूँ ताउम्र वही पर
जहाँ डुबोकर कस्ती, तू किनारा हो गया
!!
चलो इंतज़ार करेंगे फिर भी हमदम
तेरी बेरुखी फिर से प्यारा हो गया !!