मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना
अतीत की धारों में
तुम नहीं बहना
लोग हँसेंगे
और ताने भी देंगे
कुछ अपने तो
कुछ ज़माने भी देंगे
बस तुम सुनना
मत कुछ कहना
मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना !
मानाकि आज हम
कुछ भी नहीं है
पर अपनी माँ का
है हम जिगर,
परवाह नहीं है
ज़माने भर की
पर कैसे ना करे
उस माँ की फिकर
जो अपने लहू से
सींची है मुझे
मौत के मुँह से
खींची है मुझे
मैं चाहता नहीं यूँ
घुट-घुटकर मरना
मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना !
दौड़ रहा जो
लहू इन रगों में
लहू इन रगों में
पता है? ये आया है
मेरी माँ की रगों से
इसे तुम यूँ ही
पानी मत बनाना
मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना !
बहना होगा तो
पसीना बन जाना
फिर, बेफिक्र होकर
मेहनत से बहना
ताकि, माँ भी पा लेगी
अपनी मेहनत का संतोष
और उसे मिल जायेगा
खुशियों का खजाना
मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना...!
30 comments:
उम्मीद से भरी नजरे ...और सकारात्मक विचार अद्भुत संयोजन मन के भावों और कलम के प्रवाह का ....एक आशा कुछ कर गुजरने की ....बहुत ही सुन्दर रचना ....धन्यवाद् आज मैंने जिंदगी का एक और गुर सिखा आपकी कविता से !!!!
सुन्दर मार्मिक प्रस्तुति.
आपके जज्बात दिल को छूते हैं.
आनेवाले नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.
मन की घुटन की ...बेहद खूबसूरत शब्दों में प्रस्तुति
gahri soch
बेहद मार्मिक्।
खूबसूरत गुज़ारिश की है .. अच्छी प्रस्तुति
bhvbhini abhivyakti.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
very nice keep it up.
मुझे उत्साहित करने हेतु ,
आप सभी को बहुत -बहुत धन्यवाद !
बहुत ही बढ़िया।
aansuon ka sath naa lekar aage bdhna hi zindgi hai....sundar prastuti...
बहुत सुन्दर बधाई
रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष -2012 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद ।
सुन्दर रचना मनीष भाई....
सादर बधाई...
बहना हो तो पसीना बनकर बहना और बन जाना खुशियों का खजाना...
बहुत अच्छे भाव....
बहुत सुन्दर रचना,बधाई.
पधारें मेरे ब्लॉग पर भी, अपनी राय दें, आभारी होऊंगा .
Waah kya baat hai bahut khoob sunder rachna ...!
बहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन मार्मिक रचना,.....
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..
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बेहद सुन्दर भाव लिए रचना |
नव वर्ष शुभ और मंगलमय हो
आशा
मनीष भाई ,उपेक्षित प्रेम सहित आपकी तीन-चार रचनाएं पढीं । सुन्दर भावाभिव्यक्ति है आपकी । नववर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं
मनीष भाई ,उपेक्षित प्रेम सहित आपकी तीन-चार रचनाएं पढीं । सुन्दर भावाभिव्यक्ति है आपकी । नववर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं
बहुत सुंदर भावाव्यक्ति शब्द संयोजन कमाल का बधाई .....
सुंदर और दिल को छूने वाली रचना ....बधाई स्वीकारें ..... आप को और आप के परिवार को नव वर्ष की खूब सारी बधाइयां....नया साल आप के लिए खुशियों की सौगाते लाये ....
बेहद सुन्दर भाव..माँ के लिए...बधाई|
सपरिवार नव वर्ष की शुभकामनाएँ!!!
सुन्दर भाव ,बेहतरीन रचना
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
vikram7: आ,साथी नव वर्ष मनालें......
सुन्दर रचना के लिये बधाई एवं नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।
NIRALA JI BHAI AP NE NIRALA KI RAH PAKAD LI HAI ...BADHAI .
बहुत अच्छा लिखा है आपने..
संवेदनशील रचना...
शुभकामनाएँ.
गहन अभिव्यक्ति से लिखी
सुन्दर भावपूर्ण रचना है ..
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