कागज की बनी कश्ती
कुछ देर तक ही तैरती है
पन्नों की बनी चिड़ियाँ
कुछ दूर तक ही उड़ती है
पर, हमें तो पार करना है
मुश्किलों से भरा दरिया
और, पंख फैलाये उड़ना है
फलक के उस पार तक
जहाँ इंतजार में खड़ी है
कामयाबी की घड़ियाँ
बनाना है दृढ़तापूर्वक
विश्वास से भरी कश्ती
जो तूफानों से लड़ सके
मझधार से निकल कर
मीलों दूर आगे बढ सके
मिला सके उस मंजिल से
जिसके लिए मेरी माँ
दुआ कर रही है दिल से...!
20 comments:
आमीन ... माँ की दुआ कभी खाली नहीं जाती ..
आप मंजिल जरूर पायें ... भावपूर्ण अभिव्यक्ति ...
मिला सके उस मंजिल से
जिसके लिए मेरी माँ
दुआ कर रही है दिल से...!
बहत सुन्दर है बधाई
आमीन....!!
भावपूर्ण......
बहुत खूबसूरत एहसास......
माँ की दुआ से तो कागज़ की कश्ती भी तर जाए...
अनु
माँ के दिल की दुआ सदैव ही सफल होती है ,सुन्दर समर्पित पोस्ट ,बधाई|
माँ की दुआएं हर मंज़िल तक पहुंचा देती हैं ॥सुंदर
माँ की दुआ कभी बेअसर नहीं होती ...
पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब
http://madan-saxena.blogspot.in/
http://mmsaxena.blogspot.in/
http://madanmohansaxena.blogspot.in/
मां की दुआ हमेशा कुबूल होती है ...
जिसके लिए मेरी माँ
दुआ कर रही है दिल से...!.....bahut sunder....
माँ की दुआ से बढ़कर कोई दुआ नही
माँ जैसा पवित्र रिश्ता कोई दूसरा नही
माँ की ममता का कोई पर्याय ही नहीं
पूरी दुनिया में माँ तेरे जैसा कोई नही,,,,,
RECENT POST समय ठहर उस क्षण,है जाता,
माँ की दुआ है...ईश्वर को सुननी पड़ेगी...शुभकामनाएँ!!
very very nice :)
----
अपनी रचनाओं का कॉपीराइट मुफ़्त पाइए
gahan anubhution se otprot sundr prastuti,
पोस्ट दिल को छू गयी.......कितने खुबसूरत जज्बात डाल दिए हैं आपने..........बहुत खूब
बेह्तरीन अभिव्यक्ति .आपका ब्लॉग देखा मैने और नमन है आपको और बहुत ही सुन्दर शब्दों से सजाया गया है लिखते रहिये और कुछ अपने विचारो से हमें भी अवगत करवाते रहिये.
सच में माँ तो माँ ही होती है........
ma swayam me prem ke anant vistar ki jivant pratiipi hoti hai, sundar prastuti, shubh deepawali
माँ की दुआएं हमेशा साथ चलती हैं ... दिल को छूती हुई ...
good expression of feelings.
सुंदर अभिव्यक्ति
Post a Comment