* * * * जीवन पुष्प * * * *
23 February, 2024
30 January, 2024
बेनूर मोहब्बत
थकी निगाहों में, एक सुरूर
ढूंढते है !
छुप गया मोह्ताब, फलक के हिजाब में
जमीं से चल कर वो कोहिनूर
ढूंढते है !
गिर रहे है अश्क, होठ शबनमी पे
आज मिलकर मुस्कान भरपूर ढूंढते
है !
छूटे ना अपना साथ, हाथो में लिए हाथ
अब बंद आखों से नया दस्तूर
ढूंढते है !
22 May, 2023
तन्हा
था वक़्त का मारा पहले ही
तेरे प्यार का फिर मारा हो गया !!
तेरे कहने पर छोड़ दिया जग
क्यों अब तन्हा बेचारा हो गया !!
ख्वाब दिखा कर छीन गया सब
आपका हर गम हमारा हो गया !!
तुम खाई थी कसमें जनम जनम का
मैं अब गली गली आवारा हो गया !!
भगवान् बना कर पूजा था मुझको
अब बता तेरा कौन, सहारा हो गया !!
कैसे खड़ा रहूँ ताउम्र वही पर
जहाँ डुबोकर कस्ती, तू किनारा हो गया
!!
चलो इंतज़ार करेंगे फिर भी हमदम
तेरी बेरुखी फिर से प्यारा हो गया !!
11 May, 2023
पर की परीक्षा
मेरे पर की परीक्षा
है इश्वर की इक्षा ...
खामोश जुबान
भरता हूँ उड़ान ...
जलता है तन
भीगता है मन...
पीता हूँ विष
होता हूँ चन्दन ..!
संघर्ष
था सुनसान रेगिस्तान...
दिये है ज़िन्दगी में कई
हमने कठोर इम्तिहान...
रंग था, बेरंग था,
उम्मीद औरे उमंग था
धुप था, छाव था
किसी का तो संग था
....
खिलाया था हमने
मेहनत जो एक फूल
आज फिर बन गया वो,
मेरे क़दमों का धुल...
है दोष तकदीर का
या तदवीर का कहूँ
ताउम्र अच्छा है
मैं अब तन्हा रहूँ ....!!!