Followers

27 December, 2011

गुजारिश आँसू से ...


मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना
अतीत की धारों में
तुम नहीं बहना 
लोग हँसेंगे 
और ताने भी देंगे 
कुछ अपने तो 
कुछ ज़माने भी देंगे
बस तुम सुनना 
मत कुछ कहना

मेरे आँसू तुम 
आँखों में ही रहना !

मानाकि आज हम
कुछ भी नहीं है 
पर अपनी माँ का
है हम जिगर,
परवाह नहीं है
ज़माने भर की 
पर कैसे ना करे
उस माँ की फिकर 
जो अपने लहू से
सींची है मुझे
मौत के मुँह से
खींची है मुझे
मैं चाहता नहीं यूँ 
घुट-घुटकर मरना

मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना !

दौड़ रहा जो 
लहू इन रगों में 
पता है? ये आया है 
मेरी माँ की रगों से
इसे तुम यूँ ही 
पानी मत बनाना 

मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना !

बहना होगा तो
पसीना बन जाना
फिर, बेफिक्र होकर
मेहनत से बहना
ताकि, माँ भी पा लेगी 
अपनी मेहनत का संतोष
और उसे मिल जायेगा 
खुशियों का खजाना 

मेरे आँसू तुम
आँखों में ही रहना...!

30 comments:

ASHOK BIRLA said...

उम्मीद से भरी नजरे ...और सकारात्मक विचार अद्भुत संयोजन मन के भावों और कलम के प्रवाह का ....एक आशा कुछ कर गुजरने की ....बहुत ही सुन्दर रचना ....धन्यवाद् आज मैंने जिंदगी का एक और गुर सिखा आपकी कविता से !!!!

Rakesh Kumar said...

सुन्दर मार्मिक प्रस्तुति.
आपके जज्बात दिल को छूते हैं.
आनेवाले नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.

समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर आईयेगा.

Anju (Anu) Chaudhary said...

मन की घुटन की ...बेहद खूबसूरत शब्दों में प्रस्तुति

रश्मि प्रभा... said...

gahri soch

vandana gupta said...

बेहद मार्मिक्।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

खूबसूरत गुज़ारिश की है .. अच्छी प्रस्तुति

sangita said...

bhvbhini abhivyakti.

चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ said...

बहुत सुन्दर प्रस्तुति

Anonymous said...

very nice keep it up.

Jeevan Pushp said...

मुझे उत्साहित करने हेतु ,
आप सभी को बहुत -बहुत धन्यवाद !

Yashwant R. B. Mathur said...

बहुत ही बढ़िया।

स्वाति said...

aansuon ka sath naa lekar aage bdhna hi zindgi hai....sundar prastuti...

Mamta Bajpai said...

बहुत सुन्दर बधाई

प्रेम सरोवर said...

रस्तुति अच्छी लगी । मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । नव वर्ष -2012 के लिए हार्दिक शुभकामनाएं । धन्यवाद ।

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') said...

सुन्दर रचना मनीष भाई....
सादर बधाई...

संध्या शर्मा said...

बहना हो तो पसीना बनकर बहना और बन जाना खुशियों का खजाना...
बहुत अच्छे भाव....

S.N SHUKLA said...

बहुत सुन्दर रचना,बधाई.

पधारें मेरे ब्लॉग पर भी, अपनी राय दें, आभारी होऊंगा .

कुमार संतोष said...

Waah kya baat hai bahut khoob sunder rachna ...!

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

बहुत सुंदर प्रस्तुती बेहतरीन मार्मिक रचना,.....
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाए..

नई पोस्ट --"काव्यान्जलि"--"नये साल की खुशी मनाएं"--click करे...

Asha Lata Saxena said...

बेहद सुन्दर भाव लिए रचना |
नव वर्ष शुभ और मंगलमय हो
आशा

गिरिजा कुलश्रेष्ठ said...

मनीष भाई ,उपेक्षित प्रेम सहित आपकी तीन-चार रचनाएं पढीं । सुन्दर भावाभिव्यक्ति है आपकी । नववर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं

गिरिजा कुलश्रेष्ठ said...

मनीष भाई ,उपेक्षित प्रेम सहित आपकी तीन-चार रचनाएं पढीं । सुन्दर भावाभिव्यक्ति है आपकी । नववर्ष की हार्दिक शुभ-कामनाएं

Sunil Kumar said...

बहुत सुंदर भावाव्यक्ति शब्द संयोजन कमाल का बधाई .....

avanti singh said...

सुंदर और दिल को छूने वाली रचना ....बधाई स्वीकारें ..... आप को और आप के परिवार को नव वर्ष की खूब सारी बधाइयां....नया साल आप के लिए खुशियों की सौगाते लाये ....

ऋता शेखर 'मधु' said...

बेहद सुन्दर भाव..माँ के लिए...बधाई|
सपरिवार नव वर्ष की शुभकामनाएँ!!!

vikram7 said...

सुन्दर भाव ,बेहतरीन रचना
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
vikram7: आ,साथी नव वर्ष मनालें......

dinesh aggarwal said...

सुन्दर रचना के लिये बधाई एवं नये वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।

Naveen Mani Tripathi said...

NIRALA JI BHAI AP NE NIRALA KI RAH PAKAD LI HAI ...BADHAI .

vidya said...

बहुत अच्छा लिखा है आपने..
संवेदनशील रचना...
शुभकामनाएँ.

मेरा मन पंछी सा said...

गहन अभिव्यक्ति से लिखी
सुन्दर भावपूर्ण रचना है ..

लिखिए अपनी भाषा में...

जीवन पुष्प

हमारे नये अतिथि !

Angry Birds - Prescision Select